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गूगल मैप से दूल्हा बारात लेकर पहुंच गया दूसरे की दुल्हन के पास, निकाह से पहले ही असली दूल्हे का आया फ़ोन, कहा थोड़ी देर में पहुंच रहा हूँ बारात लेकर

अमीर मेहदी, क़ौमी रिपोर्टर:टेक्नोलॉजी ने हमारी ज़िंदगी को आसान बनाया है इसमें कोई दो राय नहीं है।लेकिन टेक्नॉलॉजी पर डिपेंड हो जाना कई बार मुश्किल में डाल देता है।ऐसे ही एक दूल्हे को टेक्नोलॉजी पर भरोसा करना भारी पड़ गया।
दूल्हा गूगल मैप से अपनी बारात लेकर दूसरे के घर पहुंच गया।इत्तेफ़ाक़ से वहां भी शादी थी और लड़की वाले बारात का इंतेज़ार कर रहे थे। लड़की ने घूंघट की आड़ से जब दूल्हे को देखा तो उसे शक हुआ। क्रॉस चेक के लिए उसने दूल्हे को फोन किया तो उधर से बताया गया कि हम लोग फ्रेश होने के लिए कहीं रुक गए हैं।यहां से फ़ारिग़ होकर जल्द ही पहुंचेंगे।उधर पहले से पहुंचे दूल्हे से जब पूछताछ शुरू हुई तो उसे भी अपनी गलती का एहसास हुआ।
बड़े बुज़ुर्गों ने बीच में पड़ कर माफ़ी तलाफ़ी की इस सब के लिए गूगल मैप पर भरोसा कर लेने की अपनी गलती की हामी भरी।चाय नाश्ता तो बाराती कर ही चुके थे जिसका वापस किया जाना मुमकिन नहीं था लेकिन आपस में तोहफे जो लिए दिए गए थे उनका फिर से एक्सचेंज हुआ और दूल्हा मय बाराती पास के ही दूसरे गांव वाली अपनी ससुराल जहां घराती इंतेज़ार कर रहे थे वहां के लिए रवाना हो गया।
द इंडियन एक्सप्रेस में छपी खबर के मुताबिक पूरा मामला इंडोनेशिया में सेंट्रल जावा के पाकीज़ ज़िले का है।यहां जैंगकोल कस्बे में उल्फा मारिया नाम की लड़की के घर वाले उसकी शादी पर बारात का इंतेज़ार कर रहे थे।उल्फा का दूल्हा बुरहान सिद्दीकी केन्डाल से बारात लेकर यहाँ के लिये निकल भी चुका था।इसी बीच पेमालांग से पास के ही लोसारी कस्बे जा रही दूसरी बारात गूगल मैप के जरिये  यहां पहुंच गई।
दुल्हन उल्फा की समझदारी से मामला बिगड़ते बिगड़ते रह गया वरना निकाह की रस्म हो जाती तो शायद दोनों फैमिलीज़ के लिए बड़ी मुश्किल खड़ी हो जाती।

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