लखनऊ,क़ौमी रिपोर्टर: नौरोज़ (NAUROJ) ईरानी कैलेंडर का पहला दिन है,इस दिन ईरान मूल से जुड़े शिया और पारसी पूरी दुनिया में जहां जहां हैं इसे हर्षोल्लास से मनाते हैं,दरअसल ग्यारहवीं सदी तक ईरान का अपना कोई राजकीय कैलेंडर नहीं था,ग्यारहवीं सदी में ईरान ने ईसवी के 21 मार्च को ईरानी कैलेंडर का पहला दिन आधिकारिक रूप से घोषित किया।यह दुनिया का पहला कैलेंडर है जो सूर्य की चाल पर आधारित है।
इसे शम्सी कैलेंडर कहते हैं।21 मार्च को विषुवत रेखा पर सूर्य सीधा होता है और इस दिन रात और दिन की अवधि बराबर होती है। इस दिन कुछ महत्वपूर्ण खगोलीय घटनाएं होती हैं जिनका ईरानी ज्योतिषविद अध्ययन कर आने वाले साल की भविष्यवाणी करते हैं। इसी अध्ययन के आधार पर नौरोज़ के दिन जिन पकवानों और फलों पर नज़्र (प्रसाद पाना) होती है उनका रंग तय होता है।