नई दिल्ली। ताइवान एक्सीलेंस ने मुंबई में 16 अगस्त से शुरू हुए ऑटोमेशन एक्सपो 2022 में अपने सबसे अत्याधुनिक एवं नवीकृत उत्पादों को प्रस्तुत किया है। ताइवान एक्सीलेंस ने आला दर्जे की तकनीकी उन्नतियों और आधुनिक ऑटोमेशन उपकरणों का आदर्श प्रदर्शन किया है। ऑटोमेशन एक्सपो 2022 भारत की सबसे बड़ी और एशिया की दूसरी सबसे बड़ी ऑटोमेशन प्रदर्शनी है।
एक्सपो में ताइवान एक्सीलेंस ने पहली बार ताइवान के पाँच सबसे शीर्ष ऑटोमेशन समाधान प्रदाताओं- एडवांटेक, जीएमटी ग्लोबल, हिविन, टोयो और टेकमैन रोबोट के साथ एक फिजिकल पैविलियन रखा है। यह पैविलियन ताइवान के ऑटोमेशन उद्योग, सटीक विनिर्माण तकनीकों, व्यापक आईसीटी टेक्नोलॉजीज और उत्पादन को इष्टतम बनाने वाले समाधानों की एक झलक देता है, जैसे आर्टिक्युलेटेड रोबोट्स, स्ट्रैन वेव गियर्स, डेस्कटॉप रोबोट्स, हाई रिजिडिटी टाइनी सिलेंडर्स, इलेक्ट्रिक सिलेंडर्स, टू-फिंगर्स इलेक्ट्रिक ग्रिपर्स, एम्बेडेड कंप्यूटिंग सिस्टम्स, फैनलेस एम्बेडेड बॉक्स पीसी और ऑल-इन-वन टच कंप्यूटर्स एवं कियोस्क्स।
पैविलियन के अलावा, ताइवान एक्सीलेंस का प्रोडक्ट लॉन्च सेशन ‘द फ्यूचर ऑफ ऑटोमेशन इज हियर’ पहले दिन का मुख्य आकर्षण रहा। इस सेशन ने ताइवान की सबसे प्रगतिशील ऑटोमेशन कंपनियों पर गहन जानकारी देने के अलावा इस पर जोर दिया कि ताइवान का ऑटोमेशन उद्योग कैसे उचित दामों पर उच्च क्षमता वालीं, उच्च लोचशीलता वालीं और उच्च कठोरता वाली उत्पाद श्रृंखला निर्मित करने में सहायक है।
सेशन में एडवांटेक ने प्रोडक्शन लाइंस पर अपने इंडस्ट्रीयल कंप्यूटिंग सिस्टम्स और एआई इक्विपमेंट के अनुप्रयोगों का परिचय दिया और दिखाया कि कंपनी ने बेहतर प्रदर्शन के लिये इंडस्ट्री 4.0 को आयात करने में कैसे ग्राहकों की सहायता की है। हिविन ने आईआईओटी पर आधारित अपनी मशीनें और कम्पोनेन्ट्स पेश किये, आईओटी की विशेषता से ऑपरेटर्स मशीनों के संचालन और थकने की स्थिति पर नजर रख सकते हैं और उत्पादन के दौरान उनकी खराबी को रोक सकते हैं।
टेकमैन रोबोट ने समझाया कि मेटल प्रोसेसिंग और प्लास्टिक मोल्डिंग उद्योग जैसे पारंपरिक विनिर्माण कैसे सहकार्य करने वाले रोबोट्स का इस्तेमाल करते हैं, ताकि उत्पादन और निगरानी ऑटोमैटिक हो सके; टोयो ने अपनी लीनियर स्लाइड्स और कॉम्पैक्ट रोबोट्स पेश किये, जिनका छोटा आकार और उच्च सटीकता यूएसबी ड्राइव असेम्बलिंग और सेमीकंडक्टर प्रोडक्शन की प्रक्रिया को आसान बना सकती है और उत्पादन तथा निगरानी की क्षमता को बढ़ा सकती है।
मुंबई में ताइपेई वर्ल्ड ट्रेड सेंटर लियाइसन के निदेशक श्री पोयी एडिसन हसु ने प्रोडक्ट लॉन्च में पहला सम्बोधन देते हुए कहा, “ताइवान का ऑटोमेशन उद्योग मशीनरी को सटीकता देने वाली टेक्नोलॉजीज और आईसीटी के आधुनिक प्रयोगों को जोड़कर विनिर्माण के स्मार्ट समाधानों की एक व्यापक विविधता देता है। यह उचित दामों और उच्च गुणवत्ता के साथ आते हैं, ताकि उत्पादन की विभिन्न मांगों को पूरा कर सकें, व्यापक उत्पादन से लेकर “छोटी मात्रा में बड़ी विविधता’’ की जरूरतों तक। इसलिये अगर भारत के विनिर्माण उद्योग अपनी पूरी क्षमता में आना चाहते हैं, तो ताइवान उनका सबसे अच्छा साथी बन सकता है।”
भारत में इंडस्ट्रीयल ऑटोमेशन का बाजार 2021 में 10.72 बिलियन अमेरिकी डॉलर का था और 2022 से लेकर 2027 तक के लिये 14.26% के सीएजीआर के साथ इसके 23.09 बिलियन अमेरिकी डॉलर का होने की अपेक्षा है।